(जिला कलेक्टर पत्रकारों से सार्वजनिक माफी मांगे)
आदित्य द्विवेदी संवाददाता भिंड
भिण्ड। भाजपा के ही गुनगुन पत्रकारों व पत्रकारिता की आड़ में काई अवेध कारोबारि पत्रकारों के बीच हुआ प्रवेश को पीआरओ की लापरवाही सामने हुई उजागर जिला कलेक्टर ने कुछ पत्रकारों को बनाया बिचौलिया जिससे हो कली कमाई भिण्ड जिले में आए प्राभारी मंत्री के जिलापंचायत सभागार में जिस तरह से भिण्ड के सम्मानीय चौथे स्तंभ के कलमकारों को जिला कलेक्टर और प्रशासन ने निजी हित को साधने और अपनी कमियों को उजागर होने से बचाने के लिए प्री-प्लानिग अंदर जाने से जिस तरीके से रोका गया, ये सम्मानीय पत्रकारों के बीच आपसी फूट डालने का प्रयास किया गया है। ये आरोप प्रेस के माध्यम से कांग्रेस के प्रवक्ता डॉ. अनिल भारद्वाज ने भिण्ड कलेक्टर की भूमिका पर लगाए। श्री भारद्वाज ने कहा जिला प्रशासन के द्वारा चौथे स्तंम्भ में दो फाड़ करने की साजिश स्वच्छ लोकतंत्र के लिए खतरा है। जिस तरह से चुनिदा पत्रकार साथियों को अंदर किया गया साथ अन्य पत्रकार साथियों का अपमान करने के लिए सूची को बाहर चस्पा किया जाना। जिला प्रशासन की षडयंत्र करने की साजिश को स्वत: ही उजागर करता है। भिण्ड के इतिहास में न कभी ऐसा हुआ है और न शायद सम्भव है। जिला कांग्रेस जिला प्रशासन और भिण्ड कलेक्टर की इस नीच हरकत की कठोर शब्दों में निंदा करती है। और ये चेतावनी भी देती हैं अगर जिला कलेक्टर सार्वजनिक रूप से भिण्ड के पत्रकार साथियों से अपने निंदनीय कृत्य के लिए माफी नही मागते तो कांग्रेस कमेठी जिला प्रशासन के खिलाफ उग्र आंदोलन की रूप रेखा तैयार करेगी। कांग्रेस प्रवक्ता डॉ. भारद्वाज ने कहा भिण्ड जिले के हालत बद से बद्तर हो गए हैं, अघोषित बिजली कटौती,अवैध खनन, बदहाल सड़कों और भृष्टाचार पर अंकुश लगाने में जिला कलेक्टर पूर्ण रूप से असफल साबित हुए हैं, इसलिए अपनी नाकामियों और असफल प्रशासनिक व्यवस्था को छिपाने के लिए ये कूटनीतिक षडयंत्र रचने की साजिश रची गई थी , जो जनता के सामने उजागर हो गई है।