दतिया। स्वच्छता की जिम्मेदारी नगर निकायों के साथ हम सब की भी है-कलेक्टर

दांतरे की नरिया में कचरे पर चर्चा एक संवाद कार्यक्रम सम्पन्न

दतिया। कलेक्टर श्री संजय कुमार ने कहा कि साफ सफाई एवं स्वच्छता का कार्य नगर निकायों का न होकर बल्कि सभी का कार्य है। हम सब की जिम्मेदारी है कि सार्वजनिक स्थलों को साफ-सफाई रखकर नगर को स्वच्छता के मामले में नम्बर 1 बनाए। कलेक्टर श्री कुमार सोमवार को दांतरे की नरिया में स्वच्छता सर्वेक्षण 2022 के तहत् ”कचरे पर चर्चा एक संवाद” पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर कलेक्टर ने स्थानीय नागरिकों द्वारा स्वच्छता के क्षेत्र में किए गए कार्य के लिए पुष्पगुच्छ प्रदाय कर सम्मानित किया। इस मौके पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री कमलेश भार्गव, अनुविभागीय दण्ड़ाधिकारी दतिया श्री ऋषि कुमार सिंघई, नगर पालिका दतिया के मुख्य नगर पालिका अधिकारी श्री अनिल दुबे, समाजसेवी डॉ. राजू त्यागी सर्वश्री कृष भम्वानी, राम गुलवानी, लालचंद आडवाणी, भगवान दास आडवाणी, कन्हैयालाल लीलारमानी, गोविन्द ज्ञानानी, श्रीमती कुमकुम रावत, चंदू साहू, नगर निकाय के कर्मचारी आदि उपस्थित थे। कलेक्टर श्री कुमार ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कह कि आजादी के 75 वर्ष बाद भी गदंगी का आलम बना हुआ है। इसे ध्यान में रखते हुए देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी एवं प्रदेश् के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने सफाई की बात कर स्वच्छता को एक जन आंदोलन बनाने का रूप दिया। उन्होंने कहा कि सफाई का कार्य केवल स्थानीय निकायों का ही नहीं है बल्कि समाज के प्रत्येक व्यक्ति का दायित्व है। हम दिनचर्या का अधिकांश समय सार्वजनिक स्थलों पर ही गुजारते है अतः हमारा दायित्व है कि हम अपने सार्वजनिक स्थलों की साफ-सफाई रख स्वच्छता के अभियान में सहयोग दें। कलेक्टर ने स्वच्छता के मामले में देश में लगातार पांच वर्षो से अग्रणी रहने वाले प्रदेश के इन्दौर नगर का उल्लेख करते हुए कहा कि स्वच्छता के मामले में जो इन्दौर देश में अग्रणी रहा है उसमें इन्दौर वासियों का विशेष योगदान रहा है। हमें भी इन्दौर वासियों की तर्ज पर दतिया में भी स्वच्छता का भाव लोगों में पैदा करना होगा। उन्होंने कहा कि हम सब आज प्रतिज्ञा लें कि स्वच्छता के मामले में भी दतिया नम्बर 1 बने। जो दतिया वासियों के लिए एक गौरव की बात होगी। कलेक्टर ने कहा कि कचरा फेकने की चीज नहीं है बल्कि निष्पादन की चीज है कचरे को अलग-अलग प्रकार के डस्टबिनों में डाले जिसमें हरे रंग डस्टबिन में गीला कचरे, सब्जी के छिलके एवं पत्ते, नीले रंग के डस्टबिन में सूखा कचरा, पालीथिन, सूती कपड़े, पीले रंग के डस्टबिन में कचरे के रूप में निकलने वाले इलेक्ट्रिक सामग्री, जबकि काले रंग के डस्टबिन में कैमीकल एवं हानिकारक कचरा डालने की आदत विकसित करें। उन्होंने कहा कि स्वच्छता सर्वेक्षण कार्यक्रम के तहत् स्वच्छता के कार्यक्रम वार्ड वार, मोहल्लो-मोहल्लों जाकर लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया जायेगा।

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