ग्वालियर।फ्गयूचर चैलेंजेस फॉर स्मार्ट सिटीज: अर्बन ऑब्जर्वेटरी एंड साइबर-सिक्योरिटी” विषय पर एमिटी विश्वविद्यालय में सेमीनार का आयोजन किया गया।
 *फ्यूचर चैलेंजेस फॉर स्मार्ट सिटीज: अर्बन ऑब्जर्वेटरी एंड साइबर-सिक्योरिटी” विषय पर एमिटी विश्वविद्यालय में सेमीनार का आयोजन किया गया*

ग्वालिय।सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस पर आधरित विषय में ग्वालियर स्मार्ट सिटी, एमिटी विश्वविद्यालय, के तत्वाधान में एमिटी स्कूल ऑफ़ आर्किटेक्चर एण्ड प्लानिंग द्वारा *"फ्यूचर चैलेंजेस फॉर स्मार्ट सिटीज: अर्बन ऑब्जर्वेटरी एंड साइबर-सिक्योरिटी”* विषय पर सेमिनार का आयोजन दिनांक 23 मार्च 2022 को किया गया। एमिटी विश्वविद्यालय के कुलपति लेफ्टिनेंट जनरल वी.के. शर्मा(ए.वी.एस.एम.) रिटायर्ड, प्रतिकुलपति प्रोफेसर डॉ. एमपी कौशिक के मार्गदर्शन में कार्यक्रम का शुभारम्भ प्रो. एल.के. जैन (निदेशक, एमिटी स्कूल ऑफ आर्किटेक्चरएंड प्लानिंग) ने किया। सेमिनार के *मुख्य अतिथि वक्ता श्री राजेश दंडोतिया, अति.पुलिस अधीक्षक ग्वालियर शहर (पूर्व/अपराध)* ने स्मार्ट शहरों में साइबर अपराध और साइबर सुरक्षा पर व्याख्यान दिया। इस मौके पर अतिथिवक्ता डॉ. अंजलि पाटिल (विभागाध्यक्ष, वास्तुकला विभाग, माधव प्रौद्योगिकी एवं विज्ञान संस्थान, ग्वालियर)  ने ‘फ्यूचर चेलेंजेस फॉर स्मार्ट सिटीज: अर्बन ऑब्जर्वेटरी’ विषय पर विद्यार्थियों को संबोधित किया।एएसपी श्री राजेश दंडोतिया ने अपने व्याख्यान में कहा कि स्मार्ट सिटी में नागरिकों को इंटरनेटसे जुडी हुई सेवाओं का लाभ लेने के साथ-साथ सायबर अपराधोंऔर साइबर सुरक्षा के प्रति सजग रहना बहुत जरुरी है, अपनी गोपनीय जानकारी जैसे एटीएम पिन, ओ.टी.पी. और अन्य निजी संवेदनशील जानकारी किसी भी दशा में किसी के भी साथ साझा नहीं करें। फेसबुक/ सोशल मीडिया पर फेक अकाउंट बनाकर पैसों की मांग करने वाले व्यक्तियों से जागरूक रहें I सर्वोपरि तो सजग और सतर्क रहकर इस तरह की घटना को होने से रोकना है फिर भी यदि दुर्भाग्यवश साइबर फ्रॉड के शिकार हो जायें तो घबराये नहीं, अपने परिवारजन या निकट सम्बन्धी को साथ लेकर पुलिस को तुरंत सूचित करें। इस दौरान स्मार्ट शहरों में साइबर अपराध और साइबर सुरक्षा खतरों पर उनकी टीम से सब इंसपेक्टर रजनी सिंह (साइबर क्राइम सेल प्रभारी) द्वारा स्लाइड शो के माध्यम से प्रस्तुति दी गयी जिसमें सायबर क्राइम के तरीकों फ़िशिंग, विशिंग, मेसेजिंग और ब्लैकमेलिंग आदि को पहचानने और बचने के तरीकों पर भी विस्तार से चर्चा की गयी। प्रोफेसर डॉ अंजलि पाटिल ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि स्मार्ट सिटी का सपना तब तक साकार नहीं हो सकता जब तक कि शहर के लोग स्मार्ट न हो बुनियादी चीज़ों जैसे कचरा प्रबंधन और यातायात नियम इत्यादि का पालन करके ही शहरों को वास्तविकता में स्मार्ट बनाया जा सकता हैI कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रोफ. एल. के. जैन ने की, संगोष्ठी के समन्वयक आशीष शर्मा, आर्किटेक्चर एवं प्लानिंग तथा एमिटी बिजनेस स्कूल के सभी प्रोफेसर और विद्यार्धी उपस्थित रहे।
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