● भितरवार में नगरीय निकाय चुनाव की घोषणा के बाद नेता हुए चकरघिन्नी,उन्हें नहीं मिल रहा वार्ड।
● किस वार्ड से दावेदारी करें यह फैसला लेना मुश्किल।
● वार्ड जिसमें सामान्य का बहुमत था वह हुए ओबीसी, जो ओबीसी थे वह हुए सामान्य ।
भितरवार । नगरीय निकाय चुनाव की घोषणा बुधवार को होने के बाद भितरवार नगर में अध्यक्ष पद के दावेदार चकरघिन्नी हो गए हैं उन्हें समझ नहीं आ रहा किस वार्ड से चुनाव लड़े, किससे नहीं। दरअसल यह °स्थिति इस कारण बनी ज्यादातर अध्यक्ष पद के उम्मीदवार जनता द्बारा सीधे चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे थे। और खर्चा भी दम से कर रहे थे लेकिन जैसे ही चुनाव आयोग ने अध्यक्ष की कुर्सी पार्षदों द्बारा बनाने की घोषणा की इन्हें सांप सूंघ गया। समझ नहीं आ रहा क्या करें ? अब बाजी हाथ से फिसलती हुई दिख रही है। वह इसलिए जिन व्यक्तियों को वह वार्ड का चुनाव लड़ा रहे थे अब उसके विरुद्ध ही खड़ा होना पड़ सकता है। एकध ही उम्मीदवार है जो पार्षद भी है और अध्यक्ष के दावेदार है लगता इस वार इन्हीं की लाटरी निकल सकती है। उधर अध्यक्ष की कुर्सी जनरल है। जनरल के दावेदार कहा से लड़े यह बड़ा सवाल है कारण उनके वार्ड इस बार ओबीसी हो गए एकध बचे भी हैं उन पर ओबीसी का पार्षद वर्तमान में है। एक तरफ कुआ और दूसरी तरफ खाई स्थिति बन गई है। देखते है किसका भाग्य साथ देता है।
उल्लेखनीय है नगर पंचायत में इस बार 15 हजार से अधिक मतदाता 15 पार्षदों के भाग्य का फैसला करेंगे। उनमें से ही अध्यक्ष17 जुलाई को चुना जायेगा।