अजाक्स कार्यालय में शिक्षक सम्मान समारोह आयोजित।
ग्वालियर। एम एस बिशौटिया संपादक।
समाज के वर्तमान एवं सुखद भविष्य का निर्माण गुरुजन करते हैं।गुरुजन, संत एवं महापुरूषों का सम्मान करना समाज का नैतिक दायित्व है। इन सभी के सम्मान से देश व समाज को ताकत मिलती है। इस आश्य के विचार उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण राज्य मंत्री(स्वतंत्र प्रभार) श्री भारत सिंह कुशवाह, पूर्व राष्ट्रपति सर्वपल्ली डॉ. राधाकृष्णन की जयंती शिक्षक दिवस पर यहॉ अजाक्स कार्यालय परिसर में आयोजित हुए शिक्षक सम्मान समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। उन्होंने अजाक्स कार्यालय प्रांगण में पुस्तक व वाचनालय के लिए अपनी विधायक निधि से 5 लाख रूपये की धन राशि प्रदान करने की घोषणा भी इस अवसर पर की। शिक्षक सम्मान समारोह में स्कूल शिक्षा, उच्च शिक्षा, चिकित्सा शिक्षा एवं तकनीकी शिक्षा विभाग के लगभग 200 शिक्षकों को अजाक्स की ओर से सम्मानित किया गया। समारोह की अध्यक्षता जिला पंचायत की अध्यक्ष श्रीमती दुर्गेश कुंवर सिंह जाटव ने की। इस अवसर पर बीज एवं फॉर्म विकास निगम के अध्यक्ष श्री मुन्नालाल गोयल बतौर अति विशिष्ट अतिथि मौजूद थे। कार्यक्रम में कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह, बरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री अमित सांघी, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री आशीष तिवारी, भाजपा प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य श्री आशीष प्रताप सिंह राठौर, एमआईटीएस के निदेशक श्री आर के पंडित, संयुक्त संचालक लोक शिक्षा श्री दीपक पांडेय, जिला शिक्षा अधिकारी श्री अजय कटियार व अजाक्स के जिला अध्यक्ष श्री मुकेश मौर्य मंचासीन थे। राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार श्री भारत सिंह कुशवाह ने कहा कि समाज को नई दिशा देने वाली महात्मा ज्योतिवा फुले के जीवन चरित्र को प्रदेश सरकार ने शालेय शिक्षा के पाठ्यक्रम में शामिल करने का निर्णय लिया है। साथ ही एक-एक सीएम राईस स्कूल का नाम महात्मा ज्योतिवा फुले एवं माता सावित्री वाई फुले के नाम पर रखा जाएगा। उन्होंने कहा प्रदेश सरकार महात्मा ज्योतिवा फुले की जयंती को समारोह पूर्वक मनाएगी। श्री कुशवाह ने इस अवसर पर यह भी कहा कि संत रविदास के भव्य मंदिर निर्माण के लिए जमीन के साथ-साथ हर संभव मदद मुहैया कराई जाएगी। जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती दुर्गेश जाटव ने कहा शिक्षक राष्ट्र का निर्माता होता है एवं शिक्षक ही समाज को संस्कारवान बनाते हैं। सर्वपल्ली डॉ. राधाकृष्णन जी भी शिक्षक से ही देश के प्रथम नागरिक यानि राष्ट्रपति बने थे। बीज एवं फॉर्म विकास निगम के अध्यक्ष श्री मुन्नालाल गोयल ने कहा कि हमारे देश में गुरुजन व शिक्षक सदैव से सम्माननीय रहें हैं। जिस प्रकार मूर्तिकार पत्थर को तरासकर मूर्ति गढ़ता हैं। उसी प्रकार शिक्षक बच्चों को अपनी शिक्षा देकर अच्छा नागरिक बनाते हैंकलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने कहा गुरू केवल ज्ञान भर नहीं देता वह सृजन करता है। ज्ञान जीवंत होता हैं और ज्ञान ही सृजन का अहसास कराता है। उन्होंने कहा शिष्य को ग्रहण करने की जिज्ञासा से परिपूर्ण होना चाहिए। तभी वह ठीक ढंग से शिक्षा प्राप्त कर सकता है। उन्होंने इस अवसर पर अपने गुरुजनों का सम्मान पूर्वक स्मरण किया। श्री आशीष प्रताप सिंह राठौर ने इस अवसर पर कहा मॉ में वात्सल्य, पिता में अनुशासन और गुरुजनों में दोनों गुण समाहित रहते हैं।