बहुजन नायक मान्यवर कांशीराम साहब जी की 9अक्टूवार 2023 को17वी पुण्य तिथि पर शत शत नमन जो बहुजन की बात करेगा वह दिल्ली पर राज करेगा --कांशीराम जी

*🙏मा कांशीराम जी को कोटिशः नमन🙏*
बहुजन नायक थे मान्यवर कांशीराम,
बहुजन समाज की आवाज थे मान्यवर कांशीराम,
बहुजन समाज के युग प्रवर्तक थे मान्यवर कांशीराम,
बहुजन समाज की एकता के सूत्रधार थे मान्यवर कांशीराम,
बहुजन मुक्ति आंदोलन के जनक थे मान्यवर कांशीराम,
बामसेफ के संस्थापक थे मान्यवर कांशीराम,
बसपा के संस्थापक थे मान्यवर कांशीराम,
डीएसफोर के संस्थापक थे मान्यवर कांशीराम,
बहुजन राजनीति के सिरमोर थे मान्यवर कांशीराम,
बहुजन राजनीति के महानायक थे मान्यवर कांशीराम,
भारतीय राजनीति के मिथक थे मान्यवर कांशीराम,
शून्य से शिखर की ओर देखने वाले थे मान्यवर कांशीराम,
नए लोकतंत्र की गुरुकिल्ली थे मान्यवर कांशीराम,
सत्ता में बहुजन राजनीति के संस्थापक थे मान्यवर कांशीराम,
सत्ता की राजनीति तक अम्बेडकरवादी विचारधारा पहुँचाने वाले थे मान्यवर कांशीराम,
सत्ता में बहुजन राजनीति का प्रयोगवाद थे मान्यवर कांशीराम,
राजनैतिक इंजीनियर थे मान्यवर कांशीराम,
बहुजन समाज के संरक्षक थे मान्यवर कांशीराम,
सामाजिक समानता के संघर्ष थे मान्यवर कांशीराम,
जमीन को बिछौना और आसमान को चादर मानने वाले थे मान्यवर कांशीराम,
बहुजन समाज के सांसद, लेखक, पत्रकार थे मान्यवर कांशीराम,
डॉ अम्बेडकर साहब के बाद में सबसे कद्दावर नेता थे मान्यवर कांशीराम,....

*मान्यवर कांशीराम जी के नारों में बहुजन समाज की ताकत झलकती है :----*

*01.* ठाकुर, ब्राह्मण, बनिया छोड़।
       बाकी सब हैं डीएसफोर।।
*02.* आरक्षण से लेंगे एसपी-डीएम।
       वोट से लेंगे सीएम-पीएम।।
*03.* बहुजन हिताय।
       बहुजन सुखाय।।
*04.* बाबा तेरा मिशन अधूरा।
       मा. कांशीराम करेंगे पूरा।।
*05.* वोट हमारा, राज तुम्हारा।
      नहीं चलेगा, नहीं चलेगा।।
*06.* तिलक, तराजू और तलवार।
       इन्होंने बहुजन पर किया अत्याचार।।
*07.* जो बहुजन की बात करेगा।
       वो ही दिल्ली में राज करेगा।।
*08.* एक वोट और एक नोट।
*09.* निकलों बाहर मकानों से।
       जंग लड़ों बेईमानों से।
*10.* जो जमीन सरकारी है।
       वो जमीन हमारी है।।
*11.* बहुजन समाज की क्या पहचान?
      नीला झण्डा और हाथी निशान।
*12.* बच्चा-बच्चा भीम का।
      कांशीराम की टीम का।

*सनद रहे,*
जिस प्रकार से बाबा साहब अम्बेडकर नहीं होते, तो संविधान, आरक्षण और तथागत बुद्ध नहीं होते और उसी प्रकार मान्यवर कांशीराम जी साहब नहीं होते, तो ना अम्बेडकरवादी विचारधारा होती, ना बहुजन राजनीति होती

क्योंकि
जिस प्रकार से तथागत बुद्ध को मनुवादियों ने भारत के इतिहास से मिटा दिया था, उसी प्रकार डॉ अम्बेडकर साहब और उनकी विचारधारा को भी मनुवादियों ने मिटा दिया था....

आज भारत में बहुजन समाज की एकता, ताकत और राजनीति सिर्फ और सिर्फ मान्यवर कांशीराम जी साहब की ही देन है....
इसीलिए मान्यवर साहब को हम उनके परिनिर्वाण दिवस पर कोटि-कोटि नमन करते हैं ।
मान्यवर साहब के परिनिर्वाण दिवस पर प्रण लीजिए कि जो सपना मान्यवर साहब ने बहुजन समाज के उत्थान के लिए देखा था, वो सपना हम सब मिलकर पूरा करेंगे। अगर हमने मान्यवर साहब का सपना पूरा कर दिया तो यह हमारे लिए, हमारे बच्चों के लिए, हमारी महिलाओं के लिए, बहुजन समाज के लिए और हमारे राष्ट्र भारत के लिए बहुत अच्छा होगा!

       
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