ग्वालियर,डबरा। राजस्व विभाग डबरा के अंतर्गत आने वाली नायब तहसील पिछोर में आजकल कई वर्षों से भ्रष्टाचार की चरम सीमा पर हो चुकी है देखा जाय तो तहसील पिछोर के अंतर्गत करीब 20 से25 ग्राम पंचायत आते है लगभग जनसंख्या 50 हजार से अधिक है तहसील कार्यालय में हर रोज लगभग 10 से 15 किसान सीमांकन बंटाकान अन्य प्रकारणो के लिए आते हैं किसान आम नागरिक नियम अनुसार सरकारी फीस चालान पेश कर फाइले भी तहसील के बाबूओं को जमा करते हैं लेकिन तहसील में लागे प्राइवेट लोग जो कंप्यूटर आपरेटर बने बैठे हैं किसी की फाइल दर्ज़ करते हैं किसी की नहीं करते जो रिश्वत दे देते हैं उनकी फाइल कंप्यूटर पर चढ़ जाती है लेकिन जो रिश्वत नहीं देता उसको तो परेशान करते ही रहते हैं न्याव तहसीलदार से लेकर जिला ग्वालियर कलेक्टर डबरा तहसीलदार एसडीएम के यह बात संज्ञान में रहती है लेकिन किसान शिकायत दर्ज भी करें तो कहा करें पुरा अमला भ्रष्टाचार में लिप्त है किसान अगर जिला कलेक्टर को शिकायत किसान करें तो जांच करवाई नीचे के ही अधिकारी कर्मचारी द्वारा की जाती है इसलिए किसान शिकायत नहीं करता क्योकि किसानों का सीमांकन बंटाकान अन्य काम करने वाले भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारी कर्मचारी ही रहते है इसलिए किसान तहसील कार्यालय में पदस्टथ पटवारी आर आई कर्मचारीयों की शिकायत नहीं करते किसान आम नागरिक तहसील कार्यालय सुबह से लेकर शाम तक तहसील कार्यालय पर पटवारी आर आई की रहा देखते हुए शाम को घर चले जाते है लेकिन काम नहीं होता तहसील में दलालों के चक्कर में सभी किसान आम नागरिक परेशान हो रहे हैं अधिकारी से लेकर पटवारी भी परेशान करते रहते हैं हजारों किसानों की सीमाकान व बंटा कान की फाइल तहसीलदार द्वारा किसान को गुमराह कर बहुत फाइल निरस्त भी की जा रही है जिससे किसान परेशान हो रहा है। क्या जिला ग्वालियर कलेक्टर श्री मति रुचिका चौहान जी तहसील कार्यालय का बिना सूचना के निरीक्षण करेंगी यह तो आने वाला समय बताएगा एसडीएम और तहसीलदार की तो बात करे तो एक ही रात दिन बाले है यह फिर भोपाल से अगर भोपाल से मुख्यमंत्री मोहन यादव जी की आंखे खोल कर देख लें तो तहसील कार्यालय भ्रष्टाचार मुक्त हो सकेगा। <br> पंचमहलकेसरी के संपादक ने न्याव तहसील अनिल नरवारिया से मिलने की कौशिश की तो शासकीय कार्य की केह कर तहसील कार्यालय से बाहर चले गए फिर कार्यालय समय तक लौट कर नहीं आए <br>इनका कहना है <br>बहुत किसान आम जनता मीडिया को भ्रष्टाचार के बारे में जानकारी देने तैयार थी जिसमें से रामस्वरूप बधेल ग्राम पंचायत केथोदा के किसान का कहना है कि मैंने ज़मीन के सीमांकन बंटाकान के लिए फाइल लगाई जो मुझे बिना बताए निरस्त कर दी मेने दिनांक 5/6/2023 में पिछोर तहसील में सीमांकन बंटाकान की फाइल दर्ज़ की थी हल्का के पटवारी आर आई मुझे 2023 से लेकर नवंबर 2024 तक गुमराह करते रहे अब मेने पुनः फाइल लगाई है । पिछोर तहसील क्षेत्र के किसान आम आदमी परेशान हैं जो दलाल तहसील कार्यालय के कर्मचारियों को रीशॉट देता है उनके काम तत्काल हो रहे हैं हर हलके के पटवारी को लगती है रिश्वत अगर नहीं रिश्वत नहीं दी तो किसान परेशान हो जायेगा लेकिन काम नहीं होगा राजनीतिक रसूख रखने वाले लोगों के अधिकारी कर्मचारी द्वारा काम तत्काल हो रहें हैं।
पिछोर न्याव तहसील में किसान एवं आम जनता हो रहे परेशान वर्ष के सीमांकन बंटाकान की फाइलें डाली है पेंडिंग तहसील कार्यालय में लगे हैं कई वर्षों से प्राइवेट लोग
किसानो आम नागरिकों के काम के लिए अधिकारी ने बना रखे हैं पटवारी आर आई तहसील कार्यालय के कर्मचारी द्वारा तहसील कार्यालय के बाहर बना रखे हैं दलाल कोई भी बिना लेन देन के नहीं होता काम