ग्वालियर। योजना बनी रोजगार का सहारा, सिकंदर जाटव उनकी धर्मपत्नी सपना भी काम में हाथ बटातीं। जैसे-तैसे परिवार का गुजारा भी चल रहा था। मगर सपना इस काम से संतुष्ट नहीं थीं। वह दिन-रात सोचा करतीं कि छोटी ही सही पर गाँव में अपनी एक किराना की दुकान खुल जाए। सपना का यह सपना मुख्यमंत्री ग्रामीण पथ विक्रेता योजना और ग्रामीण आजीविका मिशन ने पूरा कर दिया है। |
डबरा।सपना कहती हैं कोरोना कर्फ्यू में भी हमारी रोजी-रोटी पर संकट नहीं आया "खुशियों की दास्तां "एम एस बिशौटिया