*पीएम की यात्रा के दौरान आत्मविश्वास से लबरेज दिखे मुख्यमंत्री*
मध्य प्रदेश की राजनीति इन दिनों तीन तस्वीरों में उलझकर रह गई है। इसमें दो तस्वीरें कूनो नेशनल पार्क की हैं और दो दिन पुरानी हैं जबकि तीसरी करीब एक महीने पुरानी है। इन तस्वीरों के तीन मुख्य पात्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और एमपी के सीएम शिवराज सिंह चौहान हैं। इनमें से एक तस्वीर का राजनीति से ज्यादा अपराध से संबंध है। यह पीएम मोदी की एक तस्वीर है जिसे कथित रूप से एडिट कर वायरल किया गया है। प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने साइबर सेल को इसकी जांच के आदेश दिए हैं। बाकी दो तस्वीरों में सीएम शिवराज सिंह चौहान हैं। इनमें से एक में वे अमित शाह के साथ हैं तो दूसरे में पीएम मोदी के साथ। इन तस्वीरों के जरिये लोग प्रदेश की राजनीति का वो सिरा ढूंढने की कोशिश कर रहे हैं जिसकी डोर मोदी-शाह के हाथों में है। जाहिर है, इन दोनों तस्वीरों के जरिये प्रदेश का सियासी तापमान और शिवराज सिंह चौहान का राजनीतिक भविष्य टटोला जा रहा है।
*पहली तस्वीर में बदहवास शिवराज*
पहले चर्चा एक महीने पुरानी तस्वीर की। यह तस्वीर भोपाल एयरपोर्ट की है। यह 22 अगस्त की है अमित शाह अंतरराज्यीय सम्मेलन में भाग लेने भोपाल आए थे। शाह को विदाई देने एयरपोर्ट पर शिवराज, नरोत्तम मिश्रा और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा आए थे। तस्वीर में सभी के हाथ जुड़े हुए हैं। अमित शाह, नरोत्तम मिश्रा और वीडी शर्मा के चेहरे पर हंसी है जबकि शिवराज के चेहरे पर गहरी चिंता की लकीरें दिख रही हैं।
*सीएम के लिए मुश्किलें बढ़ने का अंदेशा*
22 अगस्त को यह तस्वीर सामने आते ही लोग इसके राजनीतिक मायने निकालने लगे। कहा जाने लगा कि बीजेपी का केंद्रीय नेतृत्व शिवराज से संतुष्ट नहीं है। प्रदेश में नेतृत्व परिवर्तन के कयास लगने लगे। कुछ जगहों पर हमारा सीएम कैसा हो, नरोत्तम मिश्रा जैसा हो के नारे लगे तो ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक उनके बदले एटीट्यूड की चर्चा करने लगे। इसी बीच कारम डैम में लीकेज और पोषण आहार घोटाले की खबरें भी आने लगीं और कहा जाने लगा कि शिवराज के सारे विरोधी मिलकर गर्म लोहे पर हथौड़ा मारने की फिराक में हैं।
*फिर एमपी आए पीएम मोदी*
शिवराज पूरी तरह बैकफुट पर दिख रहे थे, जब तीसरी तस्वीर सामने आई। यह तस्वीर कूनो नेशनल पार्क की थी, जहां 17 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आए थे। अपने जन्मदिन के मौके पर मोदी ने पार्क में तीन चीतों को छोड़ा। पीएम मोदी का कूनो आने का कार्यक्रम बनते ही लोग इसमें छिपे संकेतों की टोह लेने लगे थे। यह तस्वीर सामने आने पर यह करीब-करीब स्पष्ट हो गया कि बीजेपी का केंद्रीय नेतृत्व शिवराज का विकल्प तलाशने के लिए फिलहाल किसी जल्दबाजी में नहीं है।
*सीएम के लिए राहत का संदेश*
इस तस्वीर में मोदी के साथ शिवराज नजर आ रहे हैं। आत्मविश्वास और मुस्कान से भरे हुए शिवराज मजबूत कदमों से चल रहे हैं। इसमें उनके चेहरे पर कोई चिंता नहीं दिख रही। खास बात यह भी कि इसमें मोदी के साथ शिवराज के अलावा कोई बड़ा नेता नहीं है। यदि इसमें कोई संकेत तलाशें तो शिवराज अपने भविष्य की चिंता से फिलहाल मुक्त हैं।
*कम हो गया सियासी तापमान*
दरअसल, पीएम मोदी की हालिया यात्रा के दौरान उनके साथ केवल शिवराज ही दिखे। ग्वालियर एयरपोर्ट पर आगवानी को छोड़ दें तो सिंधिया, नरोत्तम या वीडी शर्मा कहीं नजर नहीं आए। कूनो में मंच पर भी केवल शिवराज ही प्रधानमंत्री के साथ मौजूद थे। इससे यह निष्कर्ष निकाला जा रहा है कि यदि बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व को शिवराज से कोई समस्या थी भी तो फिलहाल वह दूर हो चुकी है। एक महीने पहले की सियासी गरमाहट मॉनसून की बारिश के साथ दूर हो चुकी है। प्रदेश के सियासी तापमान में अब आने वाली सर्दियों की ठंडक घुलने लगी है। शिवराज केवल यही मना रहे होंगे कि यह किसी तूफान से पहले की शांति न हो।
राकेश साहू की कलम से