पिछले एकैडमिक वर्ष में मेधावी छात्रों को पहले ही 100 करोड़ से अधिक का पुरस्कार दिया जा चुका है।
भारत के प्रमुख एड-टेक प्लेटफॉर्म, फिजिक्स वाला (पीडब्ल्यू) ने छात्रों की भारी मांग को ध्यान में रखते हुए अपने स्कॉलरशिप एडमिशन टेस्ट (एसएटी) के बहुप्रतीक्षित दूसरे संस्करण को लॉन्च करने की घोषणा की है। पीडब्ल्यू एसएटी 8वीं से 12वीं कक्षा के मेधावी जेईई/नीट उम्मीदवारों और ड्रॉपर्स के लिए 90% तक छात्रवृत्ति प्राप्त करने का मौका देता है, जिससे वे विद्यापीठ सेंटर्स में अनुभवी फैकल्टी सदस्यों से उच्च गुणवत्ता वाली कोचिंग और मार्गदर्शन प्राप्त कर सकें।
गुणवत्तापूर्ण ऑफ़लाइन शिक्षा को हर छात्र के लिए वहन करने योग्य व सुलभ बनाने के उद्देश्य से पीडब्ल्यू ने आने वाले एकैडमिक वर्ष में 160 करोड़ रुपये की छात्रवृत्ति देने की योजना बनाई है। पीडब्ल्यू एसएटी का आगामी चरण 2023 में प्रतिदिन 14 मई तक ऑनलाइन और 7 मई व् 14 मई को ऑफलाइन आयोजित किया जाएगा। छात्र पीडब्ल्यू ऐप या वेबसाइट के जरिए ऑनलाइन परीक्षा दे सकते हैं और निकटतम विद्यापीठ सेंटर्स में ऑफलाइन परीक्षा में शामिल हो सकते हैं।
इस एकैडमिक वर्ष में फिजिक्स वाला पहले ही 100 करोड़ रुपये से अधिक की स्कॉलरशिप दे चुका है। अप्रैल 2023 तक 100k से अधिक छात्रों ने पीडब्ल्यू एसएटी के लिए पंजीकरण करा लिया है। पीडब्ल्यू एसएटी ने अब तक 40,000 से अधिक छात्रों को सशक्त बनाया है, और आने वाले चरण में और अधिक छात्रों को इससे फायदा होने की उम्मीद है। बिहार, राजस्थान, दिल्ली, गुजरात, यूपी, महाराष्ट्र, ओडिशा, झारखंड, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, पंजाब, हरियाणा, जम्मू और कश्मीर, कर्नाटक, असम, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़ व अन्य राज्यों में पीडब्ल्यू एसएटी कई चरणों में आयोजित हो रहा है।
पीडब्ल्यू एसएटी परीक्षा, जो छात्रों की मानसिक क्षमता और विद्यालयी योग्यता का आकलन करती है, पीडब्ल्यू के अत्यधिक अनुभवी फैकल्टी द्वारा डेवलप की गई है। ऑनलाइन/ऑफलाइन परीक्षा में आठवीं से बारहवीं कक्षा के लिए गणित, विज्ञान और मानसिक क्षमता शामिल है, जिसमें ग्यारहवीं और बारहवीं कक्षा के लिए पीसीएम/पीसीबी शामिल है।
फिजिक्स वाला के संस्थापक और सीईओ अलख पांडे ने कहा, "हमारी पीडब्ल्यू एसएटी पहल पूरे भारत में योग्य छात्रों को स्कॉलरशिप और मेंटरशिप के माध्यम से विशेष शैक्षिक अवसर प्रदान करने के लिए फिजिक्स वाला की अटूट प्रतिबद्धता का प्रमाण है। हमारे छात्रवृत्ति कार्यक्रम को अधिक से अधिक छात्रों को सशक्त बनाने के लिए डिज़ाइन किया गया है, यही वजह है कि हम इसे कई चरणों में संचालित करते हैं।छात्र ऑनलाइन और ऑफलाइन परीक्षा मोड में से किसी एक का चुनाव करने को स्वतंत्र हैं। आगामी एकैडमिक वर्ष में, मेधावी शिक्षार्थियों को 160 करोड़ रुपये की स्कॉलरशिप देने की योजना है, जिसमें पहले ही 100 करोड़ से अधिक की स्कॉलरशिप वितरित की जा चुकी है। पिछली परीक्षा में दस लाख से अधिक छात्रों की जबरदस्त प्रतिक्रिया वास्तव में प्रेरणादायक रही है, और हम आशा करते हैं कि भविष्य में और भी छात्रों को इससे फायदा मिलेगा।"
फिजिक्स वाला के बारे में
भारत का अग्रणी एड-टेक संस्थान, पीडब्ल्यू (फिजिक्स वाला), पारंपरिक प्रतियोगी परीक्षा कोचिंग को फिर से परिभाषित कर रहा है, जो पूरी तरह से खर्चीले ऑफ़लाइन अध्ययन-अध्यापन पर निर्भर करता है। अलख पांडे और प्रतीक माहेश्वरी के दिमाग की उपज, पीडब्ल्यू को 2016 में यूट्यूब चैनल के रूप में शुरू किया गया, जिसमें खुद अलख पांडे जेईई और नीट के उम्मीदवारों को प्रशिक्षित करते थे। 2020 में प्रतीक के साथ तकनीकी एकीकरण के बाद ऐप लॉन्च किया गया और फिर यह तेजी से आगे बढ़ा। इसने गेट, यूपीएससी, सीडीएस, एसएससी, रेलवे, बैंकिंग, सीटीईटी और सीए सहित कई प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए छात्रों को तैयार करते हुए भारत के 101वें यूनिकॉर्न का दर्जा हासिल किया है। इसने करियर निर्माण और अपस्किलिंग के लिए पोस्ट-ग्रेजुएट कोर्स और पीडब्ल्यू स्किल्स भी लॉन्च किए हैं।पीडब्ल्यू छात्रों को मुफ्त और सशुल्क ऑनलाइन कोर्सेज ऑफर करता है। यह भारत भर में विद्यापीठ और पाठशाला के माध्यम से ऑफलाइन और हाइब्रिड कोचिंग भी प्रदान करता है। कंपनी के पास हिंदी, अंग्रेजी, बंगाली, मराठी, तेलुगु, कन्नड़ और गुजराती सहित सात भाषाओं में उपलब्ध शैक्षणिक सामग्री का एक विशाल भंडार है। पीडब्ल्यू के 48 यूट्यूब चैनलों में 23 मिलियन से अधिक ग्राहक हैं और गूगल प्ले स्टोर पर 4.5 रेटिंग के साथ 10 मिलियन से अधिक ऐप डाउनलोड हैं। 360 डिग्री लर्निंग के लिए कंपनी ने छात्रों और कामकाजी पेशेवरों के लिए डिमांड वाले कौशल सीखने और आज की नौकरियों के लिए योग्य बनने के लिए अपस्किलिंग पाठ्यक्रम भी शुरू किए हैं। पीडब्ल्यू के जेईई और नीट के उल्लेखनीय परिणाम कम खर्च में सर्वश्रेष्ठ गुणवत्ता वाले कोचिंग के साथ छात्रों की सेवा करने की अपनी प्रतिबद्धता का प्रमाण हैं।