अनूपपुर।कांग्रेस के बड़े नेता के बीजेपी में जाने के बाद उपचुनाव के परिणाम से बिखरी कांग्रेस को एक करने के लिए पार्टी ने रमेश सिंह पूर्व संयुक्त कलेक्टर को जिलाध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी थी, नौकरी से त्यागपत्र देने के बाद से रमेश सिंह कांग्रेस में सक्रिय थे, जिला पंचायत चुनाव में अपनी पत्नी को रिकॉर्ड मतों से जिताकर उन्होंने अपनी संगठन क्षमता भी जिले में साबित कर दी थी फिर अनारक्षित जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर प्रीति सिंह की जीत ने जिले में बिखर चुकी पार्टी को संजीवनी दे दी, कहने को तो जिले में कोतमा और पुष्पराजगढ़ दोनों विधान सभा से कांग्रेस के विधायक हैं, पर जिले में पार्टी को एक करने का जिम्मा रमेश सिंह को दिया गया था, अपने अनुभव और कार्यशैली से श्री सिंह ने बूथ स्तर से काम करना शुरू किया और एक एक बूथ एजेंट को पार्टी के लिए जागरूक करते हुए चुनाव में जरूरी नियमो से अवगत कराया, निरंतर क्षेत्र की जनता से संपर्क करते हुए उनके सुख दुःख में भागीदार बनकर जनता का विश्वास हासिल किया और आज कांग्रेस पार्टी के सभी कार्यक्रम को संचालित करते हुए एक सजग नेता के रूप में स्थापित हो चुके हैं, तीनो विधान सभा की जीत का लक्ष्य लेकर निरंतर संपर्क कर रहे हैं, दोनों कांग्रेस विधायक जिला पंचायत अध्यक्ष के साथ एक नई इबारत लिखने को तैयार है कांग्रेस पार्टी।
अनूपपुर।जिलाध्यक्ष की मेहनत से दिखने लगी है कांग्रेस की एक जुटता, नई इबारत लिखने को तैयार कांग्रेस