पत्रकार बनकर करते थे ब्लैकमेल और वसूली, हुए गिरफ्तार।
डबरा भितरवार मे भी बहुत तदत मे बिना आर एन आई के यूट्यूब की आईडी लेकर धड़ल्ले से सरकारी कार्यालय मे जाते देखे जाते है थाने से भी दलाली करते देखा जा सकता है । जबकि इनका आर एन आई से कोई इनका पंजियन नही है ये भी फर्जी है। कई तो जनसंपर्क की सूची मे नाम भी नही है । डबरा एसडीएम भी पत्रकारो की बडी बडी बातों से होते है गुमराह डबरा एसडीएम भी करे जांच ।
पंचमहलकेसरीअखबार
ग्वालियर।मध्य प्रदेश के ग्वालियर स्थित मुरार में रहने वाला सूरज कौशल शेयर मार्केट का काम करता है।मंगलवार को सूरज के डीडी नगर स्थित ऑफिस पर पांच लोग पहुंचे, जिन्होंने खुद को इलेक्ट्रॉनिक (Electronic) और प्रिंट मीडिया (Print Media) का पत्रकार बताया, पत्रकारों ने सूरज पर शासन बिनामान्य कंपनी चलाने का आरोप लगाया और खबर बनाने की धमकी देकर चले गए। कुछ देर बाद इनमें से दीपक तिवारी नाम का पत्रकार वापस सूरज के पास आया और मामला निपटाने के नाम पर 50 हजार रुपये मांगे।सूरज ने पत्रकारों को महाराजपुरा गेट 2 पर शाम को रुपए देने का वायदा किया. साथ ही सूरज ने पुलिस को इस मामले की जानकारी दे दी। महाराजपुरा पुलिस ने जाल बिछाया और पांचों पत्रकारों को दबोच लिया।
अन्य शहरों में भी लोगों से की वसूली पकड़े गए पत्रकरो में सुभाष शुक्ला, भगवान बसंत, विजय सिरोलिया और हुकुम सिंह इंदौर के रहने वाले हैं जबकि दीपक तिवारी ग्वालियर के डबरा का निवासी है।पुलिस के मुताबिक पूछताछ में सभी पत्रकार निकले। पुलिस ने उनपर धारा 384 के तहत अड़ीबाजी का मामला फिलहाल कायम कर लिया है।पुलिस को पूछताछ में इन्होंने बताया यह पांच नवंबर को निकले हैं, और जयपुर सहित अन्य शहरों में भी इसी तरह की घटनाओं को अंजाम दिया है. पुलिस पूछताछ कर अन्य वारदातों की जानकारी भी ले रही है।पकड़े गए फर्जी पत्रकारों में सुभाष शुक्ला, भगवान बसंत, विजय सिरोलिया और हुकुम सिंह इंदौर के रहने वाले हैं जबकि दीपक तिवारी ग्वालियर के डबरा के बुर्जक रोड का निवासी है।पुलिस के मुताबिक पूछताछ में सभी पत्रकारिता की आड़ में ठाग निकले पुलिस ने उनपर धारा 384 के तहत अड़ीबाजी का मामला फिलहाल कायम कर लिया है ।पुलिस को पूछताछ में इन्होंने बताया यह पांच नवंबर को निकले हैं, और जयपुर सहित अन्य शहरों में भी इसी तरह की घटनाओं को अंजाम दिया है।पुलिस पूछताछ कर अन्य वारदातों की जानकारी भी ले रही है।