रिपोर्ट : के .रवि ( दादा )
मुंबई । हाथ में फटा झोला , पैरों में पुरानी हवाई चप्पल, हाथ में छोटा सा घिसा पिटा पर्स । सिलवटों वाला पुराना सूट और चेहरे पर चुन्नी से घूंघट ।एसडीएम मोहनलालगंज के इस बदला रूप को कोई नहीं पहचान पाया ।नतीजतन कई दुकानदारों ने जब जरूरी वस्तुओं की कीमत एमआरपी से ज्यादा बताई ।इसके बाद 20 दुकानदारों को जब नोटिस मिला तो सबके पैरों तले जमीन खिसक गई ।
गरीब और मजबूर लोगों से कोई आटा, दाल, चावल, तेल आदि की रोजमर्रा की वस्तुओं की ज्यादा कीमत न वसूले इसके लिए एसडीएम पल्लवी मिश्रा ने भेष बदला।एसडीएम ने सारे भारत को बताया कि उन्होंने आलमारी से एक पुराना सूट निकाला जो प्रेस किया भी नहीं था . अपने एक महिला कर्मचारी से उसका पुराना छोटा पर्स लिया ।फिर हवाई चप्पल पहन कर जांच के लिए निकल गईं अपनी सरकारी गाड़ी उन्होंने काफी पहले दूर ही छोड़ दी ।फिर खुली हुई राशन की दुकान पर घूंघट में अन्य खरीदारों के बीच शामिल हो गईं । उन्हें ख़बर मिली थी के उनके इलाके में कई दुकानदार एमआरपी से पांच या 10 रुपए ज्यादा पर वस्तुएं बेच रहे हैं . चुंकि ग्रामीण इलाकों में दुकानें कम होती हैं इसलिए इन सभी को चेतावनी दी गई थी । यदि वह पाया भी गया तो इसके बाद दोबारा ऐसे ही किसी और तहसील के अधिकारी से जांच कराई जाएगी ।जो नहीं सुधरेगा उस पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी । एसडीएम ने मोहनलालगंज तहसील के सामने रायबरेली रोड, सिसेंडी मोड़ के आसपास बुधवार को करीब 30 दुकानों की जांच की ।
जिस में उन्होंने एक खुदरा व्यापारी को स्वयं भेष बदलकर ग्राहक बनकर गई एसडीएम को ज्यादा दरो में सामान बेचा जिसे एसडीएम ने रंगे हाथ हिरासत में लिया ।