भोपाल/डबरा । (पंचमहलकेसरीअखबार मूलचंद मेंधौलिया भोपाल ब्यूरो ) डबरा विधानसभा क्षेत्र के लिए निकट भविष्य में होने वाले उपचुनाव के लिए जहां भाजपा ने क्षेत्र में कार्यकर्ताओं को सक्रिय कर चुनावी तैयारी शुरू कर दी है वहीं कांग्रेस में यदि योग्य, सक्षम, समर्थ, निर्भर बाद निर्विवाद प्रत्याशी नहीं दिया और स्थानीय कांग्रेसी नेता पदाधिकारी एकजुट होकर चुनाव मैदान में नहीं निकले तो कांग्रेस को चुनाव मैदान में मुंह की खाना पड़ेगी कांग्रेश से निकलकर भाजपा का दामन थामने वाली इमेज थी देवी सुमन द्वारा था में गए कमल को खिलाने में कोई नहीं रोक पाएगा इसलिए कांग्रेसी पार्टी संगठन को उम्मीदवार चयन में गंभीरता से निर्णय लेना होगा स्थानीय कांग्रेसी नेताओं को दिल से एक होना होगा पर इनकी संभावना ना के बराबर यानी बहुत कम है भले ही कुछ दिन पहले संभावित प्रत्याशियों को लेकर बालाजी मंदिर भितरवार रोड पर एवं ग्राम शुक्लहारी स्थित शावर माता पर प्रत्याशियों को एकजुट होकर भले ही कसम खा खिलाई हो लेकिन पदाधिकारी दोहरी राजनीति में अनुभव रखते हैं। भले ही अगर कसम खाई हो उनके हितेशयों को टिकट नहीं मिला तो अंदरूनी गुटबाजी कर कांग्रेस को हराने का काम करेंगे जिन्होंने कसम खाई है। समाज में दोहरी नीति चल सकते हैं। जवकि डबरा विधानसभा क्षेत्र में जाटव समाज बहुमत है तत्कालीन भाजपा में शामिल इमरती देवी सुमन के सामने न कोई सिद्धांत और दामदार कांग्रेस से चुनाव मैदान में दामदार
प्रत्याशी नहीं है सूत्र बताते हैं कि क्षेत्रीय संभावित प्रत्याशियों में से दो लोगों को छोड़कर बाकी सभी कांग्रेस को चुनाव में कितना दम खम दिखा देंगे ।यह डबरा विधानसभा क्षेत्र की जनता जानती है कोई सिद्धांत नेत्री और प्रभावी ढंग से नेता नहीं है । सिर्फ यह सभी समाजों में पकड़ सिर्फ दिखावा है निजी स्वार्थ व जाटव समाज में कूटनीति का काम करते रहे हैं ऐसे कुछ संभावित प्रत्याशी हैं जबकि कांग्रेस में दावेदारी में डबरा विधानसभा सिर्फ दो ही लोगों में से किसी एक को टिकट दिया कमल सिंह राजे पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष व पीएस मंडेलिया कग्रेस की सीट जीतना तय है।