संदिग्ध परिस्थितियों में मिला प्रकाश का शव, हत्या या दुर्घटना की गुत्थी में उलझी पुलिस
कल्याणी तिराहे पर मिला शव, परिजनों की दी सूचना पर मामले ने पकड़ा तूल।
डबरा।पंचमहलकेसरी अखबार।भितरवार अनुभाग के आंतरी थाना क्षेत्र के कल्याणी तिराहे के पास उस समय सन्नाटा छा गया जब रहागीरों ने सड़क के किनारे एक मृत शव को पड़े देखा। संदिग्ध परिस्थितियों में पड़े शव की सूचना रहागीरों ने पुलिस को दी तब आंतरी थाना प्रभारी उनि अमित शर्मा मौके पर पहुंचे और शव को अपनी निगरानी में लिया। पुलिस और एफएसएल टीम ने घटना स्थल का निरीक्षण किया। घटना की जानकारी लगते ही मौके पर पहुंचे परिजनों ने मृतक की हत्या किए जाने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। परिजनों द्वारा किए जा रहे हंगामे की सूचना पर एसडीएम प्रदीप शर्मा घटना स्थल पर पहुंचे और गुस्साए परिजनों को समझाइस देकर शासन द्वारा उचित मुआवजा दिलाए जाने की बात कही। गुस्साए लोग हाइवे पर उत्पात न मचाए इसके लिए आंतरी थाना पुलिस के साथ पिछोर थाना प्रभारी रमेश शाक्य तथा बिलौआ थाना प्रभारी अनिल भदौरिया अपने थानों के पुलिसबल के साथ मौजूद रहे। मृतक की पहचान अयोध्या काॅलोनी जेल रोड डबरा के रूप में हुई। आखिर मृतक प्रकाश की हत्या है या फिर कोई सड़क दुर्घटना यह कह पाना पुलिस के लिए फिलहाल एक समस्या बना हुआ है प्रकाश की मौत की गुत्थी में पुलिस उलझी हुई है और पुलिस ने जल्द से जल्द इस गुत्थी को सुलझाने का दाबा किया है। इसके बाद पुलिस ने मौके का पंचनामा तैयार कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया और पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार को सुबह ग्वालियर-झांसी हाइवे मार्ग के कल्याणी तिराहा स्थित पुलिया के पास एक 35 वर्षीय युवक का शव संदिग्ध परिस्थितियों में पड़ा मिला। मौके से गुजर रहे लोगों ने जब युवक का शव देखा तो पुलिस को सूचना दी। शव की सूचना पर आंतरी थाना प्रभारी पुलिस टीम के साथ तत्काल घटना स्थल पर पहुंचे और शव को निगरानी में लेकर शिनाख्ती के प्रयास किए। काफी मशक्कत के बाद शव की पहचान प्रकाश पुत्र गिरवर सिंह चैहान निवासी अयोध्या काॅलोनी जेल रोड डबरा के रूप में हुई। शव की पहचान होने के बाद पुलिस ने मृतक के परिजनों को अवगत कराया। शव पर चोट के निशान पाए जाने पर थाना प्रभारी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक देहात जयराज कुबेर और एसडीओपी अभिनव बारंगे को सूचना दी गई और वरिष्ठ अधिकारियों के मौजूदगी में एफएसएल टीम के साथ घटना स्थल का जायजा लिया। बताया जाता है कि मृतक के माथे, पसली और कोहनी में चोट के निशान देखे गए हैं और नाक से खून निकल रहा था। इसलिए मामला संदिग्ध बना हुआ है कि युवक की मौत सड़क दुर्घटना में हुई है या फिर हत्या की गई है। फिलहाल पुलिस ने मर्ग कायम कर विवेचना शुरू कर दी है। पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही खुलासा होगा कि यह हत्या है या दुर्घटना।
।ढाबा पर काम करने गया था मृतक ।
मृतक के परिजनों का कहना है कि मृतक अमर पंजाबी ढाबा पर काम करता था। कोरोना के कारण उसने काम बंद कर दिया था। अभी बीते कुछ समय से मृतक कल्याणी तिराहा के पास स्थित मुरैना ढाबा पर काम करने लगा। परिजनों ने बताया कि मृतक गुरूवार को ग्वालियर स्थित अपनी ससुराल गया था।षाम को अमर पंजाबी ढाबा के संचालक ने फोन करके बुलाया था और शुक्रवार को सुबह उसका शव कल्याणी तिराहा स्थित पुलिया के पास पड़ा मिला। बताया जाता है कि जिस जगह पर युवक का शव मिला है उससे लगभग 50 मीटर की दूर पर खून के निशान भी मिले हैं। उन्होंने ही प्रकाश चैहान की हत्या की है।
गुस्साए परिजनों ने लगाया जाम
मृतक का पीएम होने के बाद गुस्साए परिजनों ने शुक्रवार को शाम 7 बजे पिछोर तिराहा पर शव को रखकर जाम लगा दिया और अमर पंजाबी ढाबा के संचालक के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करने की मांग करने लगे। पिछोर तिराहा पर लगाए जाम की सूचना पर एसडीएम प्रदीप शर्मा, अपर तहसीलदार सीताराम वर्मा, एडिषनल एसपी देहात जयराज कुबेर, एसडीओपी अभिनव बारंगे तथा आसपास के पुलिस थानों का पुलिसबल मौजूद रहा। एसडीएम ने गुस्साए परिजनों को समझाइस देकर जाम खुलवाने की बात कही लेकिन परिजन एफआईआर दर्ज करने की मांग पर अड़े रहे। रात को लगभग 8.30 बजे तक जाम लगा रहा।
*तीन मासूम बच्चे छोड़ गया है मृतक.....*
बताया जाता है कि मृतक प्रकाश की शादी ग्वालियर निवासी सरोज के साथ हुई और उसके तीन मासूम बच्चे है। मृतक अपने परिवार में अकेला कमाने वाला था। प्रकाश की मौत से जहां परिवार के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है वहीं मासूमों की सिर के पिता का साया उठ गया है। मृतक अपने पीछे 6 साल की बेटी तथा एक 3 साल का दूसरा 2 साल का मासूम बेटों को रोता बिलखता छोड़ गया है।
पुलिस जनता की तब तक नहीं सुनती जब तक कोई कार्यवाही के लिए लोग सड़कों पर नहीं उतरते उसके बाद सुनती है पुलिस अगर मामला राजनेताओं का हो तो खबर लगते ही पुलिस मौके पर पहुंच जाती है और अधिकारी भी मौजूद नेताओं के लिए शासन की तरफ़ से सभी सुविधाएं उपलब्ध कराते हैं लेकिन अगर गरीब मजदूर संधारण आदमी की पुलिस वाले बिल्कुल नहीं सुनते । अगर आंतरी थाना प्रभारी सुन लेते तो मृतक के परिजनों को जाम दुवारा नहीं लगना पड़ता। गलती किसकी पुलिस या मृतकों के परिजनों की ।
अगर मृतक के परिजन जाम नहीं लगते तो एफआईआर दर्ज नहीं होती । पुलिस घटनास्थल को ही गोलमोल कर देती ।
।इनका कहना है।
शासन के नियमानुसार अगर मृतक संबल योजना के तहत पात्र हितग्राही है, तो मृतक के परिजनों को शासन अनुसार मुआवजा राशि दिलाई जाएगी।
।प्रदीप शर्मा, एसडीएम डबरा।
आंतरी थाने के कल्याणी तिराहे के पास प्रकाश नाम के व्यक्ति का शव मिला है जिसका मर्ग कायम कर लिया है और शव का पीएम करा दिया है अब प्रकाश की हत्या है या फिर कोई सड़क दुर्घटना इसका पुलिस कार्यवाही में जल्द खुलासा होगा।
।जयराज कुबेर, एडिशनल एसपी देहात। यह आंतरी थाना क्षेत्र का मामला था लेकिन मृतक के परिजनों ने पिछोर तिराहे पर चक्का जाम दुवारा किया जाम करने वाले परिजनों को अधिकारियों ने समझाया और मृतक के परिजनों के कहे अनुसार एफ आई आर दर्ज कर ली गई है इसलिए उन्होंने जाम खोल दिया।
सिटी थाना प्रभारी