डबरा/भितरवार- सिमरिया टेकरी पर बने बौद्ध विहार पर बौद्धधर्मगुरुओं ने कोरोना गाइड लाइन का पालन करते हुए बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर सर्वप्रथम भगवान गौतम बुद्ध की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर वंदना करते हुए कहा कि भगवान गौतम बुद्ध विश्व को शांति का संदेश दिया है व सभी को सत्य के मार्ग पर चलना चाहिए व सभी को गौतम बुद्ध का जन्म ईसा से 563 साल पहले जब कपिलवस्तु की महारानी महामाया देवी अपने नैहर देवदह जा रही थीं, तो रास्ते में लुम्बिनी वन में हुआ पहले भारत में ही था लेकिन अब यह स्थान नेपाल के तराई क्षेत्र में कपिलवस्तु और देवदह के बीच नौतनवा स्टेशन से 8 मील दूर पश्चिम में रुक्मिनदेई नामक स्थान है, वहां आता है। जहां एक लुम्बिनी नाम का वन था। सभी को भगवान तथागत गौतम बुद्ध जी के बताए मार्ग पर चले शांति बनाए रखें । कोरोनावायरस महामारी से निपटने के लिए विज्ञान बहुत तेजी से वैक्सीन बना रहा है उसे भी समाप्त कर दिया जाएगा ।यह बात भंते राष्ट्रपालमहाथेरो ने कही सभी बाबा साहब अम्बेडकर जी व भगवान गौतम बुद्ध के अनुयायियों से कहा कि अपने अपने घरों में रहते हुए बौद्ध पूर्णिमा के इस पावन पर्व को घरों में ही मनाए ।
बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर कोरोना गाईड लाइन को ध्यान में रखते हुए किया बौद्ध विहारो व घर घर में मनाई बुद्ध पूर्णिमा बौद्धधर्मगुरुओं ने वंदना करते दिया शांति उपदेश* बाबासाहेब अंबेडकर जी और पढ़ें लिखे बौद्ध जीवियों व गौतमबुद्ध समाजिक संगठनो समाज के नेताओं ने बौद्ध विहारों पर नहीं कराई रंगपुताई ।
*बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर कोरोना गाईड लाइन को ध्यान में रखते हुए किया बौद्ध विहारो व घर घर में मनाई बुद्ध पूर्णिमा बौद्धधर्मगुरुओं ने वंदना करते दिया शांति उपदेश*