कवियों ने बुंदेल केसरी छत्रसाल की जयंती मनाई।
डबरा। (ओपीसेनआजाद पत्रकार )श्री राम सेवक बुंदेली साहित्य एवं संस्कृति परिषद डबरा द्वारा बुंदेल केसरी महाराज छत्रसाल की जयंती परिषद अध्यक्ष के निवास स्थान पर रविवार दोपहर 3 बजे मनाई गई।सर्वप्रथम उपस्थित कवियों ने मां सरस्वती और बुंदेल केसरी छत्रसाल महाराज के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया गया। तत्पश्चात परिषद सचिव ओपी सेन 'आजाद' ने मां सरस्वती को नमन करते हुए सरस्वती वंदना प्रस्तुत की।
*भारत मॉं के वीर सपूतो,*
    *तुम पर है रक्षा का भार।*
        *जां देकर कर्तव्य निभाओ,*
           *दुश्मन से मत मानो हार।।*
*हाथों में हथियार उठाओ,*
   *फिर दुश्मन को दो ललकार*।        
      *इतने पर भी ना माने तो,*
          *गर्दन पर रख दो तलवार।*
अध्यक्ष श्याम प्रकाश श्रीवास्तव सनम ने उनको नमन करते हुए कहा
*छत्ता तेरे राज में,*
 *धक-धक धरती होए।*
*जित-जित घोड़ा पग धरे,*
 *उत-उत फत्ते होए।।*

*इत यमुना उत नर्मदा*,
*इत चंबल उस टोंस।*
*छत्रसाल सों लरन की,*
 *रही न काऊ होंस।।*
नवोदित कवि बादशाह राणा में अपने मजदूर के ऊपर कविता पाठ करते हुए कुछ यूं कहा
*मेहनत और मजदूरी करके,*
*अपना पेट वो भरता है।*
*कैसे भी हालात हो पर वो*,
*काम बराबर करता है।।*
कार्यक्रम का संचालन ओपी सेन 'आजाद' ने  किया और आभार संस्था अध्यक्ष श्याम श्रीवास्तव सनम ने माना।
इस अवसर पर शैलेंद्र श्रीवास्तव, प्रताप सिंह, लालू अगरिया,सनी कैन आदि उपस्थित थे।
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