रिपोर्ट : के .रवि ( दादा )
मुंबई । देश के साथ-साथ प्रदेश में भी साम्प्रदायिक अराजकता पैदा हो गई है।राजन मकानिकर ने प्रतिनिधियों से बात करते हुए यह बात कही दुनिया के साथ-साथ आंबेडकर की विचारधारा देश के लिए बहुत पोषक है और मनुवादी विचारधारा सत्ता और धन के बल पर आंबेडकर की विचारधारा को दबाने की कोशिश कर रही हैं ।यह एक सर्वविदित तथ्य है कि बाबासाहेब आंबेडकर द्वारा लिखित भारतीय संविधान मनु के बच्चों द्वारा स्वीकार नहीं किया जा रहा है और पल-पल रौंदा जा रहा है । राजनीति में आमूलचूल परिवर्तन की बहुत आवश्यकता है और जब तक आंबेडकरवादी विचारधारा के लोग, दल, संगठन, संस्थाएँ और समूह एक साथ नहीं आते, तब तक आंबेडकरवादी विचारधारा वाले व्यक्ति में सत्ता का समीकरण नहीं आएगा ।बहुजन हृदय सम्राट, आदरणीय, पूज्य अधिवक्ता एड . बालासाहेब आंबेडकर, संघर्षनायक केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले, लॉन्ग मार्च प्रणते प्रो जोगेंद्र कवाडेसर और अमीर डकरवादी नेताओं ने अपना अनुभव युवा आंबेडकरवादी नेतृत्व निर्मिति को दिया तो सही मायने में आंबेडकर नेतृत्व का नए स्वरूप में उगम होगा।ऐसा भी डॉ. राजन माकनकर जी को लगता हैं उनका स्वयं का भी राजनीति में अपना लंबा अनुभव बड़ा हैं।
रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया डेमोक्रेटिक पार्टी की नेता कनिष्क कांबले को जनमानस में मशहूरियत मिल रही है वे उच्चविध्याभूषी हैं आंबेडकरी तत्वों एवम् घरानेसे उनका ईमानदारी का स्वभाव रहा हैं । वे स्वयं मशहुर दलित प्यांथर नेता स्वर्गीय टी एम कांबले जि के पुत्र हैं ऐसे प्यांथर पुत्र को राजनीति आंबेडकर समूह ने इक्कठा होकर जेष्ठ आंबेडकर राजनेताओं ने कनिष्क कांबले को मार्गदर्शन आशीर्वाद देना चाहिए ऐसी इच्छा राष्ट्रीय महासचिव डॉ राजन माकनीकर ने मीडिया कर्मियों के समक्ष की हैं ।