राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार श्री कुशवाह के मुख्य आतिथ्य में रखी गई गृह निर्माण मंडल की 46.81 करोड़ लागत की आवासीय योजना की आधारशिला
ग्वालियर ।
ग्वालियर शहर के सुनियोजित विकास में एक और नया आयाम जुड़ा है। उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री भारत सिंह कुशवाह के मुख्य आतिथ्य में मंगलवार को ग्राम बरेठा के समीप मध्यप्रदेश गृह निर्माण एवं अधोसंरचना विकास मंडल की लगभग 46 करोड़ 81 लाख रूपए लागत की सूर्य नगर आवासीय योजना एवं गिरनार परिषद अटल आश्रय योजना की आधारशिला रखी गई।कार्यक्रम की अध्यक्षता मध्यप्रदेश गृह निर्माण एवं अधोसंरचना विकास मंडल के अध्यक्ष श्री आशुतोष तिवारी ने की। इस अवसर पर महापौर डॉ. शोभा सतीश सिकरवार व भाजपा जिला अध्यक्ष श्री अभय चौधरी सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण बतौर विशिष्ट अतिथि मौजूद थे। मध्यप्रदेश गृह निर्माण एवं अधोसंरचना विकास मंडल की इस योजना के तहत पहले चरण में सर्वसुविधायुक्त 450 आवास बनाए जायेंगे। आवास परियोजना के तहत बुनियादी सुविधाओं के साथ-साथ शॉपिंग कॉम्प्लेक्स का निर्माण भी किया जायेगा।
केन्द्र व राज्य सरकार ने सही मायने में गरीबों के सपनों को साकार किया है – श्री कुशवाह
आवासीय परियोजना के भूमिपूजन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री भारत सिंह कुशवाह ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में केन्द्र व राज्य सरकार ने सही मायने में गरीबों के सपनों को साकार किया है। दोनों सरकारें आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों व असहायों को मूलभूत सुविधाओं के साथ-साथ रोटी, कपड़ा व मकान देने का काम पूरी लगन व ईमानदारी के साथ कर रही हैं।श्री कुशवाह ने ग्वालियर ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र को इस आवासीय परियोजना की सौगात देने के लिये मध्यप्रदेश गृह निर्माण एवं अधोसंरचना विकास मंडल के अध्यक्ष श्री आशुतोष तिवारी के प्रति धन्यवाद व्यक्त किया। साथ ही कहा कि बरेठा ग्राम के समीप और हाईवे के किनारे लगभग 23 हैक्टेयर रकबे में बनने जा रही इस आवासीय परियोजना से क्षेत्र के विकास के नए दरवाजे खुलेंगे। साथ ही इस क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। उन्होंने यह भी कहा कि प्रदेश सरकार ने इस सोच के साथ गाँवों के विकास की कार्ययोजना बनाई है, जिससे गाँवों के लोग शहरों की तरफ नहीं बल्कि शहरवासी गाँवों की तरफ रहने आएँ।